कोलकाता। विश्वभारती विश्वविद्यालय के साथ टकराव के मसले पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने ममता सरकार को घेरते हुए उन पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल को अपनी संपत्ति समझती हैं। यही कारण है कि वो अपनी मर्जी के अनुसार ज़मीन बांट रही हैं। विश्वाभारती विश्वविद्यालय में भी वो माफिया राज नहीं रोक पा रही हैं। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति से अलग होकर देखना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा नेता ने विश्वभारती विश्वविद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर विवादों में घिरे नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को भी निशाने पर लिया।
अमर्त्य सेन द्वारा लव जिहाद कानून पर की गई टिप्पणी को लेकर घोष ने पलटवार किया। घोष ने कहा कि मैं उनकी निजी जिंदगी पर कमेंट नहीं करना चाहता, उन्होंने तीन शादी की और अलग-अलग धर्मों में की। ऐसे में वो इसपर टिप्पणी ना करें। भाजपा नेता ने कहा कि जब बंगाल में कई संकट आए, तो वो देश छोड़कर भाग गए थे। अमर्त्य सेन से जुड़े जमीन विवाद पर भी घोष ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष एक दूसरे की मदद करने में जुटे हैं।
घोष ने आइपीएस अधिकारी के ट्रांसफर के मसले पर कहा कि ये राज्य और केंद्र के बीच का मसला है। अगर किसी अधिकारी को केंद्र ने बुलाया है, तो उन्हें आज या कल में जाना ही होगा। अगर राज्य सरकार को लगता है कि वो उन्हें बचा लेंगे, तो गलत है। बता दें कि अमर्त्य सेन पर विश्वाभारती विश्वविद्यालय की ज़मीन पर कब्जे का आरोप है, लेकिन इस विवाद के बीच ममता बनर्जी ने उनका खुलकर समर्थन किया है। दूसरी ओर सेन ने देश के माहौल पर टिप्पणी भी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में विचार रखने की आजादी कम हुई है।