नई दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (आरजीएसएसएच) प्रशासन ने एक महिला चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में अपने मेडिकल सुपरिटेन्डेंट (एमएस) के खिलाफ आंतरिक जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के माध्यम से पता चला कि दिल्ली सचिवालय के अधिकारियों द्वारा इस मामले के बारे में पता चलने के बाद अस्पताल द्वारा यह निर्णय लिया गया, जिसने मामले में तत्काल जांच के आदेश दिए।
आरजीएसएसएच के निदेशक डॉ. बी.एल. शेरवाल ने बताया कि इस मामले की जांच अस्पताल की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) द्वारा की जा रही है।
उन्होंने कहा, “हम विशाखा दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रोटोकॉल का अनुपालन कर रहे हैं। आईसीसी द्वारा जांच शुरू कर दी गई है।”
शेरवाल ने कहा कि उन्हें बुधवार को महिला चिकित्सक से एमएस के खिलाफ शिकायत मिली।
उन्होंने कहा, “हमारी प्रारंभिक जांच में, एमएस ने अपने खिलाफ महिला चिकित्सक द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार कर दिया। हालांकि, चूंकि मामला कार्यस्थल पर आचार नियमावली और एक महिला की गरिमा से जुड़ा है, इसलिए अस्पताल ने इस मामले को आईसीसी को भेज दिया।”
शेरवाल ने यह भी बताया कि मामले में कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
ऑडियो सुनने वाले अस्पताल के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल के एक कॉर्पोरेटर के साथ बातचीत के दौरान महिला चिकित्सक के खिलाफ आरोपी के समान आवाज वाले व्यक्ति को सेक्शुअल और अपमानजनक टिप्पणियां करते ऑडियो में सुना गया था।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि कॉर्पोरेटर ने एमएस को अस्पताल द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अभिवादन संबंधी शब्द के साथ संबोधित किया जो ऑडियो टेप में उनकी संलिप्तता पर संदेह पैदा कर रहा है।
इस मामले में एमएस तक पहुंचा लेकिन हमारे बार-बार के प्रयासों के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
विशाखा दिशानिर्देश कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामलों से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा घोषित दिशानिर्देशों का एक समूह है।